आंखें आज भी हो जाती नम क्योंकि हम पढ़े लिखे हैं कम, साथी ने कहा मत कर गम नेतागिरी में आंखें आज भी हो जाती नम क्योंकि हम पढ़े लिखे हैं कम, साथी ने कहा मत कर गम ...
जनता कर्फ्यू में कल मुझे, एक नया अक्स दिखा जनता कर्फ्यू में कल मुझे, एक नया अक्स दिखा
इंसान तो काट लेता भी है ओर खून चूमता भी है इंसान तो काट लेता भी है ओर खून चूमता भी है
हमसे बढ़कर दूसरा कोई ज्ञानी नहीं होता हो ही नहीं सकता ...। हमसे बढ़कर दूसरा कोई ज्ञानी नहीं होता हो ही नहीं सकता ...।
या खुद का ही नुकसान कर दे जब ऐसा होता है तब हम खुद जिम्मेदार होते हैं। या खुद का ही नुकसान कर दे जब ऐसा होता है तब हम खुद जिम्मेदार होते हैं।
कम अक्ल बिगड़ी शक्ल, व्यायाम का, देश निकाला। कम अक्ल बिगड़ी शक्ल, व्यायाम का, देश निकाला।